Mahesh Anand: फिल्म इंडस्ट्री में हर दौर में कुछ चेहरे ऐसे होते हैं जो अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों के दिलों में बस जाते हैं। 80s और 90s के दौर में अगर खतरनाक विलेन की बात करें तो महेश आनंद का नाम जरूर आता है। लंबा कद, गठीला शरीर और खौफनाक एक्सप्रेशन उनकी पर्सनालिटी ही ऐसी थी कि स्क्रीन पर आते ही लोग डर जाते थे।
महेश आनंद ने उस जमाने में कई सुपरहिट फिल्मों में निगेटिव रोल किए, जिनमें उनकी परफॉर्मेंस आज भी याद की जाती है। उन्होंने अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, गोविंदा और संजय दत्त जैसे बड़े स्टार्स के साथ काम किया और अपने अंदाज से विलेन की परिभाषा ही बदल दी। लेकिन जहां उनकी प्रोफेशनल लाइफ में चमक-धमक थी, वहीं पर्सनल लाइफ में उन्हें काफी अकेलापन झेलना पड़ा। उनके करियर का ग्राफ धीरे-धीरे गिरता चला गया और वो लाइमलाइट से दूर होते गए।
आखिरी दिनों में उनकी जिंदगी काफी मुश्किलों भरी रही। ऐसा कहा जाता है कि वो काफी वक्त तक अकेले रहे और उनका निधन भी इसी तन्हाई में हुआ, जिसकी खबर सुनकर इंडस्ट्री में सब हैरान रह गए।

बैकग्राउंड डांसर के तौर पर की थी अपने करियर की शुरूआत
महेश ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत बैकग्राउंड डांसर के तौर पर की थी। साल 1982 में आई कमल हासन की फिल्म ‘सनम तेरी कसम’ के टाइटल सॉन्ग में वो डांस करते नजर आए थे। दिलचस्प बात ये है कि महेश सिर्फ अच्छे डांसर ही नहीं थे बल्कि वो कराटे में ब्लैक बेल्ट होल्डर भी हैं।
डांसिंग के बाद उन्होंने एक्टिंग में हाथ आजमाया और साल 1984 में आई फिल्म ‘करिश्मा’ से बतौर एक्टर डेब्यू किया। हालांकि, शुरुआत में उन्हें ज्यादा पहचान नहीं मिली। लेकिन जब उन्होंने अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म ‘शहंशाह’ में काम किया, तो उनके करियर ने नई उड़ान भर ली।
‘शहंशाह’ उनके लिए लाइफ का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुई। इसी फिल्म के बाद लोग उन्हें असली पहचान से जानने लगे।
300 फिल्मों में दिखाया अपनी एक्टिंग का दम
आनंद के नाम 300 फिल्में दर्ज होना कोई छोटी बात नहीं है। उनकी मेहनत और टैलेंट की वजह से ही उन्होंने ये मुकाम हासिल किया। शहंशाह फिल्म उनकी लाइफ का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। इस फिल्म के बाद हर कोई उन्हें पहचानने लगा और उनके पास बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स आने लगे।
आगे चलकर उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ गंगा जमुना सरस्वती और तूफान जैसी बड़ी फिल्मों में काम किया। वहीं संजय दत्त के साथ भी तूफान फिल्म में नजर आए। इसके अलावा गोविंदा के साथ भी उन्होंने बैक टू बैक कई हिट फिल्में कीं, जिससे उनकी पॉपुलैरिटी और बढ़ गई।
आनंद सिर्फ इन एक्टर्स तक सीमित नहीं रहे, उन्होंने सलमान खान, विनोद खन्ना और शशि कपूर जैसे बॉलीवुड के बड़े सितारों के साथ भी स्क्रीन शेयर की। इतने बड़े-बड़े कलाकारों के साथ काम करना ही बताता है कि इंडस्ट्री में उनकी कितनी अहमियत थी।

बेहद दर्द भरी थी आनंद की पर्सनल लाइफ
आनंद की पर्सनल लाइफ की बात करें तो जितनी कामयाबी उन्होंने अपनी प्रोफेशनल लाइफ में पाई, उतनी ही तकलीफें उनकी पर्सनल लाइफ में रही। उनकी पर्सनल लाइफ में काफी उतार-चढ़ाव आए। उन्होंने कुल 5 बार शादी की, लेकिन कोई भी रिश्ता लंबा नहीं चल सका।
पहली बार उन्होंने शादी की थी मशहूर एक्ट्रेस रीना रॉय की बहन बरखा रॉय से। ये रिश्ता ज्यादा वक्त तक नहीं टिक पाया।
इसके बाद आनंद ने मिस इंडिया इंटरनेशनल रह चुकीं एरिका मारिया डिसूजा से शादी की। उनके साथ उनकी एक बेटी भी है। मगर ये शादी भी ज्यादा समय तक नहीं चल सकी।
तीसरी शादी उन्होंने मधु मल्होत्रा से की। चौथी बार उनकी जिंदगी में आईं उषा बच्चानी। लेकिन इन दोनों रिश्तों का भी अंत जल्दी हो गया। आखिर में उन्होंने एक रशियन महिला लाना से शादी की, पर ये रिश्ता भी ज्यादा समय तक नहीं चल सका।
यानि, जितना बड़ा नाम आनंद ने इंडस्ट्री में कमाया, उनकी पर्सनल लाइफ उतनी ही परेशानियों से भरी रही। शादीशुदा जिंदगी में सुकून उन्हें कभी नहीं मिला।

आखिरी समय में भी अकेले थे आनंद
9 फरवरी 2019 को आनंद अपने घर में मृत पाए गए। सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि उनकी लाश तीन दिन बाद मिली। जब पुलिस उनके घर पहुंची तो वो सोफे पर मृत अवस्था में पड़े हुए थे। पास में शराब की बोतल और अधूरा खाया हुआ खाना रखा था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत को नेचुरल डेथ बताया गया। लेकिन उनकी ऐसी हालत देखकर हर किसी का दिल टूट गया। उनकी मौत से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा। वो कलाकार जिसने एक समय लोगों को खूब हंसाया, उसका अंत इतना अकेला और दुखद रहा।