Odisha Day in Hindi | जानें क्यों मनाया जाता है ‘उत्कल दिवस’, क्या है इसका इतिहास और महत्व

Odisha Day

Odisha Day in Hindi : ओडिशा राज्य एक समय पर कलिंग साम्राज्य का हिस्सा हुआ करता था, जिसे सम्राट अशोक ने 250 ईसा पूर्व में जीत लिया गया था। वहीं ब्रिटिश शासन में ओडिशा बंगाल प्रेसीडेंसी का एक हिस्सा था। ऐसे में जाहिर तौर पर विद्यार्थियों के इसके बारे में जानकारी होना बेहद जरुरी है। इसी उद्देश्य के साथ हर साल 1 अप्रैल को ओडिशा राज्य में ‘उत्कल दिवस’ मनाया जाता है।

‘उत्कल दिवस’, जिसे ‘ओडिशा दिवस’ (Odisha Day) भी कहा जाता है, भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिवस हर साल 1 अप्रैल को मनाया जाता है और ओडिशा राज्य के गठन का जश्न मनाने के लिए खास होता है। तो आइए इस ब्लॉग में जानते हैं ओडिशा राज्या के स्थापना, इतिहास और महत्व के बारे में सारी डिटेल्स –

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When and Why Odisha Day Is Celebrated?

आपको बता दें कि ‘उत्कल दिवस’ (Odisha Day) हर साल 1 अप्रैल को मनाया जाता है। इस साल यानी साल 2025 में, ओडिशा अपना 90वां स्थापना दिवस मनाएगा। इस दिन को मनाने का मुख्य कारण ओडिशा के लोगों द्वारा अपनी अलग राजनीतिक पहचान प्राप्त करने की ऐतिहासिक जीत को याद करना है।

Odisha Day
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Odisha Day History

दरअसल, ओडिशा, जिसे पहले उड़ीसा कहा जाता था, 1 अप्रैल 1936 को एक स्वतंत्र प्रांत के रूप में अस्तित्व में आया। ब्रिटिश शासन के दौरान यह बंगाल प्रेसीडेंसी का हिस्सा था। लेकिन तीन सौ सालों की लंबी लड़ाई के बाद इसे बंगाल और बिहार प्रांत से अलग कर दिया गया।

वहीं अगर प्राचीन इतिहास की बात करें तो, ओडिशा पहले कलिंग साम्राज्य का हिस्सा था। मौर्य सम्राट अशोक ने 250 ईसा पूर्व में इसे जीत लिया था। इसके बाद यहां मौर्य, गुप्त और सोम वंश का शासन रहा। महाभारत में भी इस क्षेत्र का उल्लेख मिलता है और इसे विभिन्न नामों जैसे कलिंग, उत्कल, उद्र, तोशाली और कोसल से जाना जाता था।

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Odisha Day 2025 Theme

आपको बता दें कि हर साल ‘उत्कल दिवस’ (Odisha Day) मनाने के लिए एक अलग थीम निर्धारित की जाती है, लेकिन अब तक उत्कल दिवस 2025 की थीम घोषित नहीं की गई है। इस थीम का उद्देश्य ओडिशा राज्य की संसकृति और आजादी का जश्न मनाना होता है।

Odisha Day
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Odisha Day Importance

आपको बता दें कि ओडिशा के लोगों के लिए यह दिन खास मायने रखता है। इसके पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं:

  • यह दिन उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने ओडिशा को एक अलग राज्य बनाने के लिए संघर्ष किया।
  • ओडिशा की अनूठी संस्कृति और भाषा को सम्मान देने के लिए इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
  • इस दिन पूरे राज्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और झांकियां आयोजित की जाती हैं, जो एकता और भाईचारे को बढ़ावा देती हैं।

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Odisha In Present

वर्तमान में ओडिशा भारत का 8वां सबसे बड़ा राज्य (क्षेत्रफल के आधार पर) और 11वां सबसे बड़ा राज्य (जनसंख्या के आधार पर) है। यहां 30 जिले हैं और आदिवासी जनसंख्या के मामले में यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है।

राजधानी : भुवनेश्वर (पहले – कटक)
पुराना नाम : उड़ीसा (2010 में इसे आधिकारिक रूप से बदलकर “ओडिशा” कर दिया गया)
प्रसिद्ध स्थल : भगवान जगन्नाथ की भूमि (पुरी जगन्नाथ मंदिर)

Odisha Day
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Odisha Day Celebration

उत्कल दिवस (Odisha Day) न केवल ओडिशा के गौरवशाली इतिहास को याद करने का मौका देता है, बल्कि यह राज्य की संस्कृति, विरासत और एकता का उत्सव भी है। यह दिन ओडिशा के लोगों को अपनी पहचान पर गर्व करने और अपनी जड़ों से जुड़े रहने के लिए प्रेरित करता है।

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