International Zebra Day 2025 In Hindi: भारत में हर साल 31 जनवरी को ‘अंतर्राष्ट्रीय जेबरा दिवस’ (International Zebra Day) मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस अनोखे जीव और इसकी घटती संख्या के बारे में जागरूकता फैलाना है। अफ्रीकी घास के मैदानों में पाए जाने वाले ये जानवर अपने सुंदर पैटर्न के लिए जाने जाते हैं, लेकिन आज ये कई खतरों का सामना कर रहे हैं।
ऐसे में अगर हम इनकी रक्षा के लिए कदम नहीं उठाएंगे, तो आने वाले समय में जेबरा सिर्फ किताबों और तस्वीरों में ही दिखेंगे। इसलिए इस दिन को मनाकर और जागरूकता फैलाकर हम जेबरा के संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं। साथ हीं लोगों को ये जानकारी देना भी जरुरी है कि ‘अंतर्राष्ट्रीय जेबरा दिवस’ (International Zebra Day 2025) सिर्फ इस खूबसूरत जीव का जश्न मनाने का दिन नहीं, बल्कि इसे बचाने की जिम्मेदारी लेने का भी अवसर है। तो आइए जानते हैं इस दिन के इतिहास, महत्व और थीम के बारे में –
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History Of International Zebra Day
बता दें कि ‘अंतर्राष्ट्रीय जेबरा दिवस’ (International Zebra Day 2025) को मनाने की शुरुआत स्मिथसोनियन राष्ट्रीय चिड़ियाघर और संरक्षण जीवविज्ञान संस्थान जैसे संगठनों ने की थी। इसका उद्देश्य लोगों को जेबरा की घटती आबादी के प्रति जागरूक करना और इनके संरक्षण के लिए प्रयास करना था। आज भी इस दिवस को इसी उद्देश्य के साथ मनाया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जेबरा मुख्य रूप से अफ्रीका के केन्या, इथियोपिया, नामीबिया, अंगोला और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाते हैं। इनकी तीन प्रजातियाँ हैं – ग्रेवी जेबरा, मैदानी जेबरा और पहाड़ी जेबरा। हालांकि इन प्रजातियों में से ग्रेवी जेबरा को गंभीर रूप से संकटग्रस्त (Endangered) माना जाता है, क्योंकि बीते 30 वर्षों में इनकी संख्या 54% तक घट गई है।
जेबरा को किन खतरों का सामना करना पड़ता है?
जेबरा की आबादी तेजी से घट रही है और इसके पीछे कई कारण हैं। इसमें सबसे बड़ा खतरा (International Zebra Day 2025) अवैध शिकार है, क्योंकि कई लोग इनके मांस और चमड़े के लिए इनका शिकार करते हैं।
इसके अलावा रहने की जगह की कमी भी एक बड़ी समस्या है। बढ़ती जनसंख्या और खेती के विस्तार के कारण जंगल और घास के मैदान नष्ट हो रहे हैं, जिससे जेबरा का प्राकृतिक आवास सिकुड़ता जा रहा है।
वहीं जलवायु परिवर्तन भी इनकी जिंदगी को मुश्किल बना रहा है। ज्यादा गर्मी और सूखा पड़ने से इन्हें भोजन और पानी मिलना कठिन हो गया है, जिससे इनकी संख्या लगातार घट रही है।
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Importance Of International Zebra Day
आपको बता दें कि ‘अंतर्राष्ट्रीय जेबरा दिवस’ (International Zebra Day 2025) का मुख्य उद्देश्य जेबरा के संरक्षण और उनकी घटती संख्या को रोकने की कोशिश करना है। ऐसे में इस दिन को मनाकर और लोगों को इस बारे में जागरुक करके हम भी इसमें अपनी भूमिका निभा सकते हैं। हम काफी कुछ करके इसमें अपना योगदान दे सकते हैं।
- जागरूकता बढ़ाकर – सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से जेबरा संरक्षण की जानकारी लोगों तक पहुँचाई जा सकती है।
- संरक्षण संगठनों को सहयोग देकर – दान देकर या स्वयंसेवा करके भी इनकी रक्षा में योगदान दिया जा सकता है।
- प्राकृतिक संतुलन बनाए रखकर – जंगलों को बचाने और वन्यजीवों के अधिकारों की रक्षा करने में भी हम अपनी जिम्मेदारी निभा सकते हैं।
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Facts About Zebra
आपको बता दें कि जेबरा अपने अनोखे पैटर्न के लिए जाने जाते हैं। हर जेबरा (International Zebra Day 2025) का पैटर्न अलग होता है, ठीक वैसे ही जैसे इंसानों के उंगलियों के निशान अलग-अलग होते हैं। इनकी सफेद धारियाँ सूरज की गर्मी को परावर्तित करती हैं, जिससे ये ठंडे रहते हैं, जबकि काली धारियाँ गर्मी सोखती हैं, जिससे सुबह के समय ये गर्म रहते हैं।
आपको जान लेना चाहिए कि जेबरा बहुत सामाजिक जानवर होते हैं और हमेशा झुंड में रहना पसंद करते हैं। ये जानवर अपने कानों और चेहरे के हाव-भाव से बातचीत कर सकते हैं, जिससे वे एक-दूसरे को संकेत दे पाते हैं। साथ हीं इनका धारियों वाला पैटर्न उन्हें शिकारियों से छुपाने में मदद करता है, खासकर लंबी घास में, जिससे वे आसानी से नजर नहीं आते। ऐसे में जानवरों में भी जेबरा बेहद खास हैं।