यह कहानी सिर्फ एक एक्ट्रेस की नहीं, बल्कि एक ऐसी महिला की भी है जिसने अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ दोनों में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। करिश्मा कपूर, जो 90s की सुपरस्टार रही हैं, अपनी फिल्मों से जितनी पॉपुलर हुईं, उतनी ही चर्चाओं में उनकी लव लाइफ भी रही।
एक समय पर करिश्मा का नाम फेमस बॉलीवुड परिवार से जुड़ा था। बहुत कम लोगों को पता होगा कि करिश्मा की सगाई अभिषेक बच्चन से हो चुकी थी। ये सगाई साल 2002 में हुई थी और इसकी घोषणा खुद अमिताभ बच्चन ने अपने 60वें बर्थडे पर की थी। ये खबर उस वक्त काफी सुर्खियों में थी क्योंकि ये दो बड़ी फिल्मी फैमिलीज का मिलन माना जा रहा था।
हालांकि, ये रिश्ता शादी तक नहीं पहुंच सका। कुछ पर्सनल और फैमिली वजहों से करिश्मा और अभिषेक की सगाई टूट गई और दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गए। आज भी लोग इस अधूरी लव स्टोरी को याद करते हैं।

करिश्मा ने अपनी प्रोफेशनल लाइफ में जितनी सफलता पाई, पर्सनल लाइफ में उतनी ही चुनौतियों का सामना किया। वहीं साल 2003 में करिश्मा ने दिल्ली के जाने-माने बिजनेसमैन संजय कपूर से शादी की थी। शादी के शुरुआती सालों में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन वक्त के साथ चीजें बदलने लगीं और आखिरकार दोनों का तलाक हो गया। हाल ही में खबर आई कि करिश्मा के एक्स-हसबैंड संजय कपूर का निधन हो गया है और आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

रणधीर कपूर के कारण टूटी थी सगाई!
बता दें कि उस समय जया बच्चन ने कहा था कि जल्द ही करिश्मा अब बच्चन परिवार की बहू बन जाएंगी, लेकिन कुछ महीनों बाद अचानक यह खबर आई कि सगाई टूट गई है। बच्चन परिवार ने कभी भी सगाई टूटने की वजह स्पष्ट नहीं बताई, लेकिन कई रिपोर्ट्स में कहा गया कि करिश्मा की माँ बबीता कपूर ने अभिषेक की आर्थिक स्थिति और करिश्मा की सुरक्षा को लेकर प्री-नप्शनल एग्रीमेंट की मांग की थी।
बताया गया कि इसपर बच्चन परिवार सहमत नहीं था, और इसी वजह से सगाई टूट गई। रणधीर कपूर ने सगाई नहीं तोड़ी बल्कि परिवारों के जीवन और भावनात्मक सामंजस्य की वजह से यह टूट गई। अमिताभ बच्चन के दिवालिया होने के दौर का इस सगाई टूटने से कोई स्थिर संबंध नहीं था।

रिश्ता टूटने पर बीग बी ने कही थी यह बात
बता दें कि अमिताभ बच्चन साल 2005 में करण जौहर के शो ‘कॉफी विद करण’ में आए थे। शो के दौरान उन्होंने एक पुराने रिश्ते पर बात करते हुए बताया था कि उस सगाई का टूटना उनके लिए कितना दुखद था। अमिताभ ने साफ कहा था कि रिश्ते बनते हैं, टूटते हैं, और ये किसी भी नौजवान को अंदर से हिला सकता है।
सिर्फ वो दो लोग ही नहीं, बल्कि उनका पूरा परिवार इस स्थिति से प्रभावित होता है। ऐसे वक्त में भावनाओं का संतुलन बनाए रखना बेहद मुश्किल होता है। बिग बी ने ये भी बताया कि उनके पिताजी हरिवंश राय बच्चन ने उन्हें एक गहरा मंत्र सिखाया था “अगर मन का हो तो अच्छा, और अगर मन का न हो तो और भी अच्छा।”
इस बात में इतनी गहराई है कि अगर इसे समझ लिया जाए, तो जिंदगी की आधी परेशानियां वैसे ही खत्म हो जाती हैं। अमिताभ बच्चन कहते हैं कि यही सोच उन्होंने अपनाई है और यही रास्ता वे आज भी फॉलो करते हैं।