National Deworming Day 2025: भारत में हर साल लाखों बच्चे कृमि संक्रमण का अनुभव करते हैं जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करता है क्योंकि ये संक्रमण परजीवी कृमियों के कारण उनके पेट में प्रकट होते हैं। बच्चे अक्सर मिट्टी में खेलते हैं और गंदे हाथों से खाते हैं जबकि सफाई पर पर्याप्त ध्यान नहीं देते हैं जिससे उनके शरीर में कीड़े पनपने लगते हैं।
‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ (National Deworming Day) भारत सरकार की ओर से बच्चों को इन खतरों से बचाने के लिए एक राष्ट्रीय पहल के रूप में उभरा है, जिसमें परजीवी विरोधी दवा प्रदान की जाती है जो खतरनाक आंतों के कीड़ों को खत्म करती है और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य को बनाए रखती है।
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National Deworming Day History
भारत सरकार ने 2015 में ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ (National Deworming Day 2025) मनाने की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य था 1 से 19 साल के बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाना। कृमि संक्रमण एक ऐसी समस्या है, जो सीधे बच्चों की सेहत पर असर डालती है और उनके पोषण, पढ़ाई, और समग्र विकास में बाधा डालती है।
सरकार ने इस खतरे को समझते हुए यह फैसला लिया कि हर साल दो बार -10 फरवरी और 10 अगस्त को ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ मनाया जाएगा। इस दिन पूरे देश में स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को एल्बेंडाजोल (Albendazole) नामक कृमिनाशक दवा दी जाती है। यह दवा पूरी तरह सुरक्षित और असरदार होती है, जिससे बच्चों के शरीर से कृमि समाप्त हो जाते हैं और वे स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
Why National Deworming Day Is Necessary?
आज भी भारत में लाखों बच्चे कृमि संक्रमण की चपेट में हैं। यह संक्रमण कई कारणों से होता है, जैसे –
- गंदे हाथों से खाना खाना
- खुले में शौच करना
- बिना धुले फल और सब्जियां खाना
- गंदे पानी का सेवन करना
- मिट्टी या गंदगी में नंगे पैर घूमना
इस संक्रमण के कारण बच्चों में पेट दर्द, दस्त, कमजोरी, खून की कमी (एनीमिया), कुपोषण, थकान और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कृमि संक्रमण की वजह से बच्चे खाना ठीक से नहीं पचा पाते, जिससे उनके शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता और वे धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं।
अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह संक्रमण बच्चों की शारीरिक और मानसिक विकास को बाधित कर सकता है। यही वजह है कि ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ (National Deworming Day 2025) बहुत जरूरी है। यह दिन बच्चों को न केवल कृमिनाशक दवा देने का अवसर देता है, बल्कि माता-पिता को भी इस समस्या के बारे में जागरूक करता है ताकि वे अपने बच्चों की सेहत का सही तरह से ध्यान रख सकें।
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How National Deworming Day Is Celebrated?
बता दें कि ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ (National Deworming Day 2025) के दिन सरकारी स्कूलों, प्राइवेट स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में 1 से 19 साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली दी जाती है। यह दवा बिल्कुल सुरक्षित होती है और बिना किसी दुष्प्रभाव के कृमियों को खत्म करती है।
वहीं इस दिन स्वास्थ्य मंत्रालय और विभिन्न संगठनों के जरिए टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया और पोस्टरों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाती है। माता-पिता को बताया जाता है कि वे बच्चों को कैसे साफ-सुथरा रखें और कृमि संक्रमण से कैसे बचा सकते हैं।
इसके अलावा कई डॉक्टर्स, नर्स और स्वास्थ्य अधिकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चों को सही जानकारी देते हैं और माता-पिता को समझाते हैं कि कृमि संक्रमण से बचाव के लिए क्या करना चाहिए।
National Deworming Day 2025 Theme
आपको बता दें कि हर साल National Deworming Day को एक अलग विषय के साथ मनाया जाता है। अभी तक 2025 के लिए ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ की थीम की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। हालांकि साल 2024 में इसकी थीम थी –
“STH हटाएं: बच्चों के स्वस्थ भविष्य में निवेश करें”, जिसका मतलब है कि कृमि संक्रमण को खत्म करके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखी जाए।
National Deworming Day Facts
- भारत दुनिया का सबसे बड़ा डीवॉर्मिंग प्रोग्राम चलाने वाला देश है।
- कृमि संक्रमण से बचने के लिए खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोना जरूरी है।
- खुले में शौच करने से कृमि संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
- एल्बेंडाजोल की गोली बिल्कुल सुरक्षित और असरदार होती है।
- यह संक्रमण सिर्फ बच्चों को ही नहीं, बल्कि बड़ों को भी प्रभावित कर सकता है।
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How To Protect Ourselves From Deworming
- खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोना न भूलें।
- खुले में शौच न करें और बच्चों को भी टॉयलेट का सही इस्तेमाल सिखाएं।
- नंगे पैर मिट्टी में खेलने से बचें।
- फल और सब्जियों को अच्छे से धोकर खाएं।
- स्वच्छ पानी पिएं और पानी को उबालकर इस्तेमाल करें।
- हर साल कृमिनाशक दवा जरूर लें।
‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ (National Deworming Day 2025) सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि बच्चों की सेहत को बेहतर बनाने की एक पहल है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि साफ-सफाई और सही आदतें अपनाकर हम अपने बच्चों को स्वस्थ रख सकते हैं। कृमि संक्रमण से बचाव के लिए समय-समय पर दवा लेना, साफ-सफाई का ध्यान रखना और जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है।
अगर हर माता-पिता इस ओर ध्यान दें, तो देश में कृमि संक्रमण की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। तो आइए, इस राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर हम संकल्प लें कि अपने बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ बनाएंगे!